" मैत्रीमध्ये  ना खरं ना खोटं  असतं,
         मैत्रीमध्ये ना  माझं ना तुझं  असतं..
कुठल्याही  पारड्यात  तिला  तोला,
         मैत्रीचं  पारड नेहमी  जडच  असतं..
मैत्री  श्रीमंत  किंवा गरीब  नसते,
         मैत्री सुदंर  किंवा कुरुप  नसते..
कुठल्याही  क्षणी पहा  मैत्री  फक्त... 
          मैत्रीचं  असते.
रक्ताच्या नात्याचं  मला  माहित  नाही,
          पण  मैत्रीच्या नात्यामध्ये प्राण  असतो.
म्हणून  कदाचीत  रक्ताची  नाती  मरतात,
          मैत्रीची नाती मात्र सदैव टिकतात"...

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